वडोदरा। डेडियापाडा तहसील पंचायत कार्यालय में भरुच के भाजपा सांसद मनसुख वसावा और आम आदमी पार्टी के विधायक और मौजूदा लोकसभा के उम्मीदवार चैतर वसावा में कहासुनी होने लगी। पुलिस समय पर न आती तो दोनों में हाथापाई भी होने लगती। कहासुनी होते ही दोनों नेताओं के समर्थक भी पंचायत कार्यालय में पहुंच गए थे।
भाजपा सांसद मनसुख वसावा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट किया था कि- डेडियापाडा के विधायक चैतर वसावा टीडीओ को धमकी दे रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता तहसील पंचायत पहुंचे, मैं भी आने के लिए निकल गया हूं। मनसुख वसावा के पहुंचने से पहले ही चैतर वसावा अपने समर्थकों के साथ तहसील पंचायत कार्यालय पर पहुंच गए थे। तहसील पंचायत में दोनों नेताओं के बीच कहासुनी होने लगी।
चैतर वसावा ने कहा कि तुम्हारे पास टीडीओ को धमकी देने का सबूत हो तो लेकर आओ। बेवहज यहां क्यों चले आए हो। इसके जवाव में मनसुख वसावा ने कहा कि मैं यहां का सांसद हूं। तुम यहां लोगों में डर पैदा कर रहे हो, इसलिए मुझे आना पड़ा। चैतर वसावा ने कहा कि ये तो 4 जून को पता चलेगा कि तुम सांसद रहोगे या नहीं? मनसुख वसावा बोले- तुम्हारे जैसे कितने आए और चले गए। चैतर वसावा ने कहा कि तुम बुटलेगर अपने साथ लेकर घूम रहे हो और हमें कह रहे तो डर पैदा कर रहा हूं। छोटा उदेपुर में नकली सरकारी कार्यालय पकड़ा गया, डेडियापाडा में मनरेगा, नल से जल घोटाला हुअा तब कुछ नहीं कर पाए। गुजरात में तुम्हारी सरकार है, इसकी जांच करवाओ। इसी बीच जिला पंयायत के सदस्य हितेश वसावा ने चैतर वसावा से कहा कि- तुम्हारे पास इतना पैसा कहां से आया? चैतर वसावा ने जवाब दिया- मेरी डेढ लाख तनख्वाह है, तुम्हारी तरह बुटलेगर नहीं हूं।
डेडियापाडा तहसील पंचायत में कहासुनी होने के बाद चैतर वसावा ने नर्मदा जिले के डीएसपी लोकेश यादव से लिखित शिकायत की है कि हमारे खिलाफ फर्जी केस हुआ तो हम सीधे पुलिस से भिड़ जाएंगे।
चैतर वसावा ने कहा कि डेडियापाडा के टीडीओ को धमकी देने की कोई घटना नहीं हुई है, इसके बावजूद भरूच के सांसद मनसुख वसावा झूठ बोलकर अशांति फैलाना चाहते हैं। तहसील विकास अधिकारी पर फर्जी केस करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। यह मेरे राजनीतिक कैरियर को खत्म करने की साजिश है। क्षेत्र में शांति भंग होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी भाजपा सांसद की होगी। चैतर वसावा ने डीएसपी से कार्रवाई करने की मांग की है।