इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के नागरिक अपने अधिकारियों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उनका आंदोलन अब तेज होता जा रहा है। वहां के नागरिकों ने पाकिस्तान पुलिस, पाकिस्तान रेंजर्स और अधिकारियों द्वारा की जा रही क्रूरता का विरोध किया है। भारत में आम चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने पीओके को देश के साथ जोड़ने का वादा किया है। सीएनएन न्यूज-18 की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि पीओके में प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार हो रहा है। वहां पाकिस्तान की पकड़ ढीली पड़ने लगी है। मुजफ़्फराबाद और रावलकोट में अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों की झड़प इसकी गवाह है। रावलकोट में तो भारत में विलय की मांग वाले पोस्टर भी लगे हैं। कई जगहों पर पीओके के लोग भारत का तिरंगा झंडा फहराते नजर आ रहे हैं। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने दशकों से जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्जा कर रखा है। वास्तव में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भारी कर, अनाज की निकासी और पीओके में उत्पन्न जल विद्युत को पीओके के मूल निवासियों को वितरित करने के बजाय सीधे पाकिस्तान में भेज दिया जाता है। इससे जनता का गुस्सा और बढ़ गया है। इसके बावजूद वहां के नागरिक शांतिपूर्ण माहौल में प्रदर्शन कर रहे हैं।
पीओके पर पाकिस्तान की पकड़ ढीली पड़ी, लहराया तिरंगा, आंदोलन के दौरान भारत के साथ विलय की मांग उठी
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