सूरत। सूरत लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी फॉर्म रद्द होने के 22 दिन बाद शुक्रवार को अचानक मीडियो के सामने आए और भाजपा, कांग्रेस, प्रताप दुधात पर खुलकर बात की।
मीडिया से बातचीत करते हुए कुंभाणी ने कहा कि मैं अपने घर पर ही था। भाजपा के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है। हां, कांग्रेस ने हमारे साथ धोखा किया था, 2017 में टिकट देकर वापस ले लिया था। मैंने उसी का बदला लिया है। कुंभाणी ने कहा कि 2017 में मैं छह महीने से कड़ी मेहनत कर रहा था, आखिर में कांग्रेस ने मेरा टिकट काट दिया था। कांग्रेस ने मुझसे पूछा भी नहीं। मैंने अध्यक्ष से पूछा कि टिकट किसे मिला है, तो उन्होंने कहा कि मेन्डेड मिल गया हो तो फॉर्म भरो। मैं 20 हजार लोगों को साथ लेकर कलेक्टर कार्यालय में नामांकन-पत्र भरने गया तो मुझसे कहा गया कि वापस जाओ। क्या यह हमारे साथ गद्दारी नहीं है। आज कांग्रेस के नेता गद्दारी की बात करते हैं। जो मुझे गद्दार कह रहे हैं वही कांग्रेस के दुश्मन हैं। कांग्रेस के नेता न तो काम करते हैं और न ही करने देते हैं। कुंभाणी ने कहा कि मुझे जब से टिकट दिया तब से कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता साथ नहीं दे रहे थे। डोर टू डोर प्रचार में कोई साथ नहीं आता था।
प्रताप दुधात और अन्य कांग्रेसी नेताओं द्वारा मुझे मारने की बात की जा रही है। कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है, जो मुझे मार सके। मैंने जो कुछ किया वह सूरत के 5 नेताओं की वजह से किया। हमारे समर्थक आज भी हमारे साथ हैं। 2017 में हमारे साथ गद्दारी की गई, हमारे कार्यकर्ताओं ने उसका बदला लिया, मैं उनके साथ हूं। मैं हाईकाेर्ट में याचिका दायर करने गया था तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमारे घर विरोध प्रदर्शन किया, इसलिए मैं गायब हो गया था। कुंभाणी ने कहा कि राजनीति में रहना है या नहीं, इस बारे में अपने शुभचिंतकों के साथ चर्चा करूंगा।