राजकोट। राजकोट, गोंडल के बीच शापरवेरावल, पडवडा में भूकंप के आठ से दस हल्के झटके आने के बाद रविवार को दोपहर में 1.00 बजे सासणगिर में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। अप्रैल में गुजरात में भूकंप के 8 से अधिक झटके महसूस किए जा चुके हैं।
तलाला से 17 किलोमीटर दूर वोरवाव, भोजद के बाद सासणगिर के नजदीक 21.171 अक्षांस और 60.631 रेखांस पर जमीन से केवल 5.9 किलोमीटर की गहराई में भूंकप आया। रियल स्केल पर इसकी तीव्रता 2.9 मापी गई।
इससे पहले अमरेली के मितीयाणा, शापर वेरावल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिसर्च सेंटर द्वारा इस पर शोध किया गया, जिसमें पता चला कि खोखली चट्टानों के कारण झटके महसूस हो रहे हैं। इसके लिए जलस्तर में उतार-चढ़ाव भी जिम्मेदार बताया गया है। सौराष्ट्र में आया भूकंप जमीन की ऊपरी सतह पर है, इससे जानमाल को कोई खतरा नहीं है।
अप्रैल में सौराष्ट्र में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए। जो इस प्रकार हैं।
- 4 अप्रैल को भचाऊ में 2.9 की तीव्रता का भूकंप।
- 9 अप्रैल को भावनगर में 3.2 की तीव्रता का भूकंप।
- 14 अप्रैल को खावड़ा में 2.9 की तीव्रता का भूकंप।
- 17 अप्रैल को भचाऊ में 2.8 की तीव्रता का भूकंप।
- 18 अप्रैल को खावड़ा में 3.7 की तीव्रता का भूकंप।
- 19 अप्रैल को गोंडल में 2.9 की तीव्रता का भूकंप।
- 25 अप्रैल को कच्छ के गढ़शीला में 2.0 की तीव्रता का भूकंप।
- 28 अप्रैल को तलाला में भूकंप आया।