सूरत। नगर निगम द्वारा रास्ते में अड़चन बने मंदिर समेत धार्मिक स्थलों का डिमोलिशन किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर चाैक बाजार में तापी नदी के किनारे राजा घाट पर सार्वजनिक प्रयोजन ऐतिहासिक संरक्षण(पब्लिक पर्पज हिस्टोरिकल प्रिजर्वेशन) वाले राजा घाट पर अवैध मस्जिद बना दी गई है। अवैध मस्जिद को बनाने के लिए 300 साल पुराने पीपल और 200 साल पुराने वट वृक्ष को काटा गया है। नगर निगम से लेकर राज्य सरकार तक इसकी शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पूर्व कार्पोरेटर दीपक अफ्रीकावाला ने नगर निगम आयुक्त, कलेक्टर और राज्य सरकार तक इसकी शिकायत करके अवैध निर्माण हटाने की मांग की है। पूर्व नगर सेवक ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर बताया है कि अवैध निर्माण के लिए 300 साल पुराने पीपल और 200 साल पुराने वट वृक्ष को काटा गया है।
पूर्व नगर सेवक ने मस्जिद का निर्माण शुरू होते ही नगर निगम आयुक्त, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री से शिकायत की थी। नगर सेवक की शिकायत के बाद गुजरात राज्य वक्फ बोर्ड, गांधीनगर ने स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। नगर निगम मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर हो रहे अवैध निर्माण से प्रशासन लापरवाह है। नगर निगम और सरकार की इस नीति से लोगों में भारी आक्रोश है।