अहमदाबाद। राज्य निर्वाचन आयोग ने विवादित बयान पर पुरूषाेत्तम रूपाला को क्लीनचिट दे दी है। इससे भाजपा को बड़ी राहत मिली है। वहीं, चुनाव आयोग के फैसले से क्षत्रिय समाज की नाराजगी और बढ़ गई है। राजकोट में करणी सेना की महिला अग्रणी पद्मिनीबा उपवास पर उतर गई हैं। उनका कहना है- जब तक रूपाला का टिकट रद्द नहीं होगा तब तक अन्न-जल ग्रहण नहीं करूंगी। रूपाला मुद्दे पर बुधवार को अहमदाबाद में क्षत्रिय समाज की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। बैठक में पद्मिनीबा को नहीं बुलाया गया है। पद्मिनीबा ने कहा कि बैठक दो-चार लोगों में नहीं होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री और राजकोट के भाजपा उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला ने एक जनसभा में क्षत्रिय समाज पर विवादित बयान दिया था। रूपाला के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई गई थी। नोडल ऑफिसर और प्रांत अधिकारी को जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी। सभी वीडियो और सबूतों की जांच के बाद कल शाम इस मामले में जिला कलेक्टर को जांच रिपोर्ट भेजी गई और वहां से यह रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपी गई। राज्य चुनाव आयोग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर रूपाला को क्लीन चिट दे दी है। बुधवार को अहमदाबाद के गोता में क्षत्रिय समाज की संकलन समिति और भाजपा के बीच महत्वपूर्ण बैठक होगी। जिसमें रूपाला पर निर्णय लिया जा सकता है।