नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद डॉ. मनमोहन सिंह अब संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में नजर नहीं आएंगे, क्योंकि वह 33 साल बाद रिटायर हो रहे हैं। उनकी लंबी और शानदार संसदीय पारी बुधवार, 3 अप्रैल, 2024 को समाप्त हो रही है। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी पहली बार राज्यसभा जाएंगी। सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित 54 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल मंगलवार और बुधवार को समाप्त हो रहा है। इनमें से कई अब उच्च सदन में नहीं लौटेंगे। आर्थिक सुधारों के शिल्पकार माने जाने वाले 91 वर्षीय मनमोहन सिंह अक्टूबर 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे। वह 1991 से 1996 तक नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपाल और मत्स्योद्योग मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, सूचना और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे और सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो रहा है। इसके अलावा पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव का कार्यकाल बुधवार को समाप्त होगा। अश्विनी वैष्णव लोकसभा चुनाव भी लड़ रहे हैं।
उच्च सदन से सेवानिवृत्त होने वालों में समाजवादी पार्टी (सपा) की जया बच्चन भी शामिल हैं। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी का कार्यकाल भी मंगलवार को समाप्त हो रहा है। वह अब उच्च सदन में दिखाई नहीं देंगे, क्योंकि हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा चुनाव हार चुके हैं। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। वह उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी रिटायर्ड हो रहे हैं। भाजपा ने इन्हें दोबारा मौका नहीं दिया।