अहमदाबाद/भरूच। दक्षिण गुजरात की राजनीति की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। झगड़िया के पूर्व विधायक और कद्दावर आदिवासी नेता छोटू वसावा ने “भारतीय आदिवासी सेना’ के नाम से नई पार्टी बनाई है। इससे भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की चिंता बढ़ गई है।
गुजरात के दबंग नेता और झगड़िया के पूर्व विधायक छोटू वसावा नई पार्टी के अध्यक्ष हैं। आगामी दिनों में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति भी की जाएगी। छोटू वसावा 7 बार झगड़िया के विधायक रह चुके हैं। पिछली बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था।
छाेटू वसावा के बेटे और भारतीय ट्रिब्यूनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, डेडियापाड़ा के पूर्व विधायक महेश वसावा पिछले दिनों भाजपा में शामिल हुए हैं। उनके समर्थक भी भाजपा में आ गए हैं। बता दें, आदिवासी समाज में छोटू वसावा को “दादा’ और महेश वसावा को “भाई’ कहा जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में बाप-बेटे के बीच अनबन हो गई थी। झगड़िया की सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भारी विवाद हुआ था।
भरूच लोकसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला होने वाला है। आम आदमी पार्टी ने चैतर वसावा को अपना उम्मीदवार बनाया है। चैतर वसावा ने छोटू वसावा के साथ राजनीति की शुरुआत की थी और महेश वसावा के अच्छे दोस्त हैं। आम आदमी पार्टी और भारतीय ट्रिब्यूनल पार्टी के बीच गठबंधन टूटने के बाद चैतर वसावा आप में शामिल हो गए थे। वहीं, दूसरी ओर भरूच की सीट पिछले 35 साल से भाजपा के पास है। भाजपा ने आप के चैतर वसावा के सामने मनसुख वसावा को टिकट दिया है। इस सीट पर कांटे की टक्कर होगी।