नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र के साथ देश के कई व्हाट्सएप यूजर्स को ‘विकसित भारत संपर्क’ का संदेश भेजकर प्रतिक्रिया और सुझाव मांगने पर विपक्षी नेताओं ने आपत्ति जताई है। विपक्षी नेताओं ने राजनीतिक प्रचार के लिए सरकारी डेटाबेस और मैसेजिंग ऐप के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
केरल कांग्रेस ने कहा कि मैसेज में नागरिकों से प्रतिक्रिया मांगी गई है, जबकि भेजे गए पीडीएफ में राजनीतिक प्रचार के अलावा कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रतिक्रिया के बहाने लोकसभा चुनाव का प्रचार कर रहे हैं और सरकारी डेटाबेस का दुरुपयोग कर रहे हैं। केरल कांग्रेस ने वाॅट्सएप का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। जिसमें बताया गया है कि कंपनी राजनीतिक दलों, नेताओं, उम्मीदवारों, राजनैतिक अभियानों द्वारा मैसेजिंग ऐप के उपयोग की अनुमति नहीं देती है।
व्हाट्सएप मैसेज की जानकारी के मुताबिक यह मैसेज इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से भेजा गया है और मैसेज में लिखा है कि- यह पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले भारत सरकार के विकसित भारत संपर्क केंद्र द्वारा भेजा गया है। पिछले 10 वर्षों में देश के 140 करोड़ से ज्यादा नागरिकों को भारत सरकार की योजनाओं से सीधा लाभ हुआ है और आगे भी मिलता रहेगा। विकसित भारत की परिकल्पना को पूरा करने के लिए आपका समर्थन, आपके सुझाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। कृपया योजनाओं पर अपने विचार लिखें। इस मैसेज को लेकर बवाल मचा हुआ है।