वाराणसी। भोजपुरी हीरो खेसारी लाल यादव ने 15 मार्च को बनारस में अपना 38वां जन्मदिन मनाया। छपरा के एक छोटे से गांव के रहने वाले खेसारी लाल यादव कभी जीवन यापन करने के लिए ठेले पर लिट्टी-चोखा बेचा करते थे। खेसारी लाल यादव चंदौली में फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे, लेकिन अपने जन्मदिन पर वह बनारस आए और एक स्कूल में स्मार्ट टीवी का दान किया। इसके बाद बच्चों को खाना भी खिलाया। कड़े संघर्षों से सफलता मिलने के बाद भी खेसारी लाल यादव हमेशा जमीन से जुड़े रहे और गरीबों के दुख-दर्द को समझते रहे। खेसारी लाल यादव एक बढ़िया गायक और बेहतरीन एक्टर हैं।
खेसारी लाल को बचपन में गाने का बहुत शौक था, पर गरीबी के कारण इसे पूरा नहीं कर पा रहे थे। परिवार का खर्च उठाने के लिए वे दिल्ली आ गए और ठेले पर लिट्टी-चोखा बेचने लगे। खेसारी लाल ने 2006 में चंदा जुटाकर अपनी शादी की थी। आज उनके दो बच्चे भी हैं।
खेसारी लाल ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने लिट्टी-चोखा बेचकर 10-20 रुपए जोड़कर 15 हजार इकट्ठा किए थे और अपना पहला एलबम लॉन्च किया था। हालांकि वह फ्लाॅप हाे गया। इसके बाद दो गानों का दूसरा एलबम लॉन्च किया। जिसमें से एक गाना सुपरहिट हो गया और उन्हें काम मिलना शुरू हो गया। साल 2011 में उन्हें “साजन चले ससुराल’ फिल्म मिली। ये फिल्म इतनी सुपरहिट हुई कि खेसारी लाल रातोंरात सुपर स्टार बन गए। खेसारी लाल के कई गाने सुपरहिट हैं।