नई दिल्ली। भारत-इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मैच 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा। धर्मशाला टेस्ट में भारतीय टीम के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। अश्विन इस मैच में अपने करियर का 100 टेस्ट मैच पूरा करेंगे। टेस्ट मैच से पहले अश्विन ने अपने बयान से सबको चौंका दिया है। धर्मशाला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने कहा कि 12 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ उनका करियर संकट में था। उस दौरान उन्हें टीम से बाहर करने की बातें चल रही थीं। 2012 में एलिस्टर कूक और केविन पीटरसन ने मेरे बॉल पर बहुत रन बनाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ 2012 की सीरीज मेरे लिये निर्णायक मोड़ थी। इसने मुझे बताया गया कि कहां सुधार करना है।
2012 इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अश्विन 4 मैच में केवल 12 विकेट लिए थे। घरेलू मैदान में इतना खराब प्रदर्शन किसी भी खिलाड़ी के लिए खराब संकेत था। इसके बाद अश्विन ने जोरदार वापसी की। साल 2013 में अश्विन ने महज 22.51 की औसत से 41 विकेट लिए थे। 2015 में 62 और 2016 में 72 विकेट लिए थे। अश्विन अब तक 99 टेस्ट मैच में 507 विकेट ले चुके हैं। उनसे पहले अनिल कुंबले ने यह उपलब्धि हासिल की थी। उनके नाम 132 टेस्ट में 619 विकेट हैं। धर्मशाला में अश्विन के 100 टेस्ट मैच खेलने का सपना पूरा होगा।