गांधीनगर। गुजरात सरकार ने तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों अंबाजी, द्वारका और पालीताणा सहित कुल 11 स्थानों पर हवाई पट्टियां विकसित करने का निर्णय लिया है। इस पर अब तक 56.46 करोड़ रुपए भी खर्च हो चुके हैं। अहमदाबाद से धरोई तक सी-प्लेन योजना के लिए सिंचाई विभाग की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है।
विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि राज्य में नागरिक उड्डयन के विकास के लिए हवाई पट्टी का निर्माण प्रारंभ किया गया है। अंबाजी में जमीन अधिग्रहण करने के लिए जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं। द्वारका में जमीन की प्री-फिजिबिलिटी के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण में प्रस्ताव रखा गया है। मोरबी में 2500 मीटर रनवे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पालीताणा में दूसरी जगह जमीन की तलाश की जा रही है, क्योंकि वहां की जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की प्री-फिजिबिलिटी स्टडी के अनुकूल नहीं थी। वहीं, धोलावीरा में पसंद की गई जमीन पुरातत्व विभाग के पास है, विभाग से राय ली जा रही है। अंकलेश्वर में एप्रन और टैक्सी-वे का काम पूरा हो गया है। रनवे का काम भी 80% हो चुका है। राजपीपला में अनुकूल जमीन मिलने के कारण वहां हवाई पट्टी बनाने की कोई योजना नहीं है। मांडवी में सरकार की हवाई पट्टी का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा दहेज, बेचराजी, पससोली और बगोदरा में हवाई पट्टी बनाने पर विचार किया जा रहा है। मंत्री ने विधानसभा सदन में बताया कि अब तक कुल 56.46 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।