द्वारका। प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा मैंने गहरे समुद्र में जाकर प्राचीन द्वारिका जी के दर्शन किए। समुद्र में स्थित इस द्वारिका के बारे में पुरातत्वविदों ने बहुत कुछ लिखा है। भगवान विश्वकर्मा ने स्वयं इस द्वारका नगरी का निर्माण किया था। आज मेरा मन बहुत आनंदित है। मैंने जो सपना देखा था वह आज इस पवित्र भूमि का स्पर्श करते ही पूरा हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि द्वारका में कुछ दिन पहले 37 हजार अहिरानियों ने अद्भुत गरबा खेला था। अहिरानियों के शरीर पर 25 हजार किलो सोना था। द्वारकाधीश की मर्जी से ही सब कुछ होता है। द्वारका आस्था का मुख्य केंद्र है। मुझे आज सुदर्शन ब्रिज का लोकार्पण करने का मौका मिला। सुदर्शन ब्रिज इंजीनियंरिंग का कमाल है। इंजीनियरिंग के छात्रों को इसे जरूर देखना चाहिए। 6 साल पहले द्वारका और ओखा को जोड़ने वाले सुदर्शन ब्रिज के शिलान्यास करने का मौका मिला था। इसका लोकार्पण करना भी हमारे भाग्य में लिखा था। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, लंबे समय तक शासन किया लेकिन इच्छाशक्ति की कमी थी। कांग्रेस ने सिर्फ सत्ता के बारे में सोचा। कांग्रेस की पूरी ताकत एक परिवार को आगे बढ़ाने में लगी है। कांग्रेस ने विकास के नाम पर विश्वासघात किया है। हजारों करोड़ के घोटाले बंद हो गए हैं। आज गुजरात में 22 सेंचुरी और 4 नेशनल पार्क हैं। रणोत्सव में पर्यटकों की भीड़ लगती है। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा गुजरात में है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा द्वारका, सोमनाा, पावागढ़, मोढेरा और अंबाजी का विकास हुआ है। गुजरात विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है। पहले सौराष्ट्र पानी के लिए तरसता था, लेकिन सौनी योजना ने सौराष्ट्र की किस्मत बदल दी है। सौराष्ट्र के प्रत्येक गांवों को सिंचाई और पीने का पानी मिल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्कूबा डाइविंग करके प्राचीन द्वारका नगरी के अवशेषों को देखा

प्रधानमंत्री ने द्वारका में सुदामा सेतु के पास बोटिंग और स्कूबा डाइविंग की। पीएम मोदी ने लक्षद्वीप के बाद द्वारका के पास समुद्र में करीबन 2 नोटिकल माइल दूर पंचकुई इलाके में स्कूबा ड्राइविंग की। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया(X) पर लिखा है- पानी में डूबे द्वारका शहर में प्रार्थना करना एक दिव्य अनुभव था। मैं आध्यात्मिक वैभव और भक्ति के प्राचीन युग से जुड़ा हुआ महसूस करता हूं। भगवान कृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें।’