वडोदरा। हरणी बोटकांड में नगर निगम के एक अभियंता को सस्पेंड और दूसरे को टर्मिनेट करने से कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया है। नगर निगम के कर्मचारियाें ने नगर निगम की लाॅबी में धरना देकर दोनों इंजीनियरों को नौकरी पर वापस लेने की मांग की। वडोदरा नगर निगम के मजदूर संघ ने आवेदन पत्र देकर 24 घंटे के भीतर इंजीनियरों को वापस न लेने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
कर्मचारियों ने बताया कि हरणी तालाब पीपीपी स्तर पर 30 के लीज पर एजेंसी को दिया गया है। तालाब में राइड्स समेत गतिविधि प्राइवेट एंजेसी द्वारा संचालित की जाती है। निगम के किसी भी विभाग के अभियंताओं व कर्मचारियों को रोजाना पर्यवेक्षण करने का कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया है। इसके बावजूद तत्कालीन फ्यूचरिस्टिक प्लानिंग सेल और मौजूदा समय में उत्तरी क्षेत्र के अतिरिक्त सहायक इंजीनियरों की जिम्मेदारी तय करके उन्हें निलंबित और बर्खास्त कर दिया गया है। सरकार की एसओपी का पालन किए बगैर सीधे दंडात्मक कार्रवाई की गई है, जो नगर निगम के इंजीनियरों को मंजूर नहीं है। इसके अलावा टेक्निकल अधिकारियों तथा कर्मचारियों के वेतन की असमानता, प्रशासनिक सरलता के लिए सेंट्रल जोन बनाने, गुजरात सरकार की अधिसूचना के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।