वारसॉ। भारत की तरह यूरोपीय देशों में भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। पोलैंड के व्रोकला शहर में गुरुवार को किसान सड़क पर उतर गए और यूरोपियन यूनियन के आॅफिस पर अंडा फेंकने के बाद आगजनी करने लगे। यूरोपियन यूनियन की ओर से क्लाइमेट चेंज को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग प्रतिबंध लगाए गए हैं। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस प्रकार के प्रतिबंध से खर्च बढ़ गया है। यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध से किसान पहले ही परेशान हैं।
पौलेंड में 1000 किसान 500 ट्रैक्टर लेकर सड़क पर उतर गए। रास्ते पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। पोलैंड के किसान यूक्रेन से सस्ते कृषि उत्पादों के आयात के खिलाफ हैं। किसानों का कहना है कि सरकार स्थानीय किसानों से खरीदने के बजाय यूक्रेन के किसानों से सस्ते में खरीद रही है। इसके विरोध में किसान एक माह से आंदोलन कर रहे हैं। यूक्रेनी सीमा की ओर जाने वाली सड़कों पर जाम लगाए हैं। किसानों ने 20 फरवरी को राजधानी वारसॉ में बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। किसानों ने सड़कों के अलावा रेलवे स्टेशनों और बंदरगाहों पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी है। वहीं, दूसरी ओर चेक गणराज्य के किसान भी 22 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करते हुए यूक्रेन की सीमा को सील करेंगे।
पौलेंड में भी भड़के किसान, यूरोपियन यूनियन के ऑफिस पर अंडे फेंके, 20 फरवरी को चक्काजाम करने की चेतावनी
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