वडोदरा। 13 फरवरी को वर्ल्ड एनीमिया (रक्लाल्पता) दिवस के रूप में मनाया जाता है। एक सर्वे के अनुसार पांच साल तक के बच्चों के एनीमिया की मात्रा 58 प्रतिशत है। किशाेरों में 54 और गर्भवती महिलाओं में 50% खून की कमी है। शरीर में एनीमिया यानी खून की कमी कई प्रकार से हो सकता है। इसके होने का मुख्य कारण कुपोषण है। लौह तत्व और विटामिन- बी12 की कमी से यह रोग ज्यादा होता है। एक सर्वे के अनुसार भारत में 55% लोगों एनीमिया है। बच्चों में यह प्रणाम 60 से 65% है। एनीमिया से बच्चों का विकास रूक जाता है। इंडियन एकेडमी पीडियाट्रिक एसोसिएशन की ओर से स्कूलों में बच्चों और अभिभावकों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है। एनीमिया को दूर करने के लिए भोजन में पोषक तत्व, हरी सब्जियां, बाजरी, सूखे मेवे, फल, चने की दाल लेना जरूरी है।