सूरत। सलाबतपुरा थाने का हेड कांस्टेबल नाथू चौधरी कपड़ा व्यापारी को धमकी देकर 75 हजार रूपए रिश्वत मांग रहा था। एसीबी की टीम ने कांस्टेबल के खास आदमी अब्दुल गनी को 75 हजार रूपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। अब्दुल गनी पेशे से ऑटोरिक्शा ड्राइवर है और हेड कांस्टेबल के लिए काम करता है। एसीबी की भनक लगते ही हेड कांस्टेबल नाथू चौधरी फरार हो गया। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने ऑटोचालक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद उसी के मोबाइल से हेड कांस्टेबल को फोन करके कहा कि रूपए मिल गए हैं। एसीबी की टीम ने सलाबतपुरा थाने के पास मारवाड़ी की चाय की दुकान के सामने से नाथू चौधरी के खास आदमी को गिरफ्तार किया है। एसीबी की इस कार्रवाई से पुलिस बेड़े में हड़कंप मच गया है। गिरफ्तार आॅटो ड्राइवर अब्दुल गनी सरदार शेख सचिन के ऊन गांव में रहता है। एसीबी की टीम ने बुधवार को सुबह उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी की। वहीं, एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही हेड कांस्टेबल फरार है। एसीबी की टीम ने कांस्टेबल के घर दबिश देकर कई जरूरी दस्तावेज जब्त किए हैं। नाथू चौधरी सलाबतपुरा थाने में पिछले 3 साल से डी-स्टाफ में ड्यूटी कर रहा था। मार्केट में ठगी करने वाले व्यापारियों से रूपए लेकर समझौता करवाने में माहिर है।
ये है मामला: दूसरे के जीएसटी नंबर पर कारोबार करने वाले कपड़ा व्यापारी को धमकी दे रहा था
कपड़ा मार्केट का व्यापारी दोस्त के जीएसटी नंबर पर कारोबार कर रहा था। सलाबतपुरा थाने में व्यापारी के खिलाफ दूसरे के जीएसटी नंबर पर कारोबार करने की शिकायत की गई थी। इसी के अनुसंधान में सलाबतपुरा थाने का हेड कांस्टेबल व्यापारी की दुकान पर जाकर उसे धमकी देकर मामले को रफा-दफा करने के लि 75 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी। रूपए न देने पर कारोबार बंद करवाने की धमकी दी थी। व्यापारी ने कांस्टेबल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी।
इस साल की दूसरी बड़ी कार्रवाई, 3 जनवरी को एसीबी ने कापोद्रा थाने के कांस्टेबल को रिश्वतखोरी में पकड़ा था
एंटी करप्शन ब्यूरो की इस साल की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 3 जनवरी को एंटी करप्शन ब्यूरो ने कापोद्रा थाने के हेड कांस्टेबल समेत दो लोगों को 15000 रूपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। एंटी करप्शन ब्यूरो ने हेड कांस्टेबल जयदीप महरु पाटिल के खिलाफ कार्रवाई की थी। कांस्टेबल ने पीड़ित से अपने सहयोगी सुरेश हीरपारा को रूपए देने को कहा था। एसीबी के निशाने पर रिश्वतखोर पुलिसकर्मी हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप में सलाबतपुरा थाने का पूरा स्टाफ बदल दिया गया था
सलाबतपुरा थाने पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। पुलिस की दबंगई के कारण व्यापारियों ने टेक्सटाइल पुलिस थाना बनाने की मांग की थी। सलाबतपुरा थाने में रिश्वतखोरी कोई नई बात नहीं है। भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस कमिश्नर ने बहुत पहले रातोंरात पूरे स्टाफ को ही बदल दिया था।