लखनऊ। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में सजा काटकर रहे माफिया और पूर्व विधायक मुख्यार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। उल्टी होने के बाद मुख्तार बेहोश हो गया था। उसे तुरंत रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। 9 डॉक्टरों की टीम उसे बचाने की पूरी कोशिश करती रही, पर कार्डियक अरेस्ट से माफिया की मौत हो गई। मंगलवार को माफिया के परिवार वाले जेल में जहर देने का आरोप लगाए थे। मुख्तार भी खाने में जहर देने का आरोप लगाता रहा, पर सच्चाई यह है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।
मंगलवार को मुख्तार की तबीयत खराब होने पर उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसे आईसीयू में रखकर 14 घंटे तक इलाज किया गया थ। मंगलवार को मेडिकल चेकअप के दौरान उसके पेट और ब्लड के सैंपल लिए गए थे। उसके सुगर, सीबीसी, एलएफटी(लीवर फंक्शन टेस्ट), इलेक्ट्रोलाइट(सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम) की जांच की गई थी। रिपोर्ट सामान्य आने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। जेल सूत्रों ने बताया कि मुख्तार रोजा रखता था। गुरुवार को रोजा रखने के बाद अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई।
मुख्तार की मौत के बाद बांदा में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में हाईअलर्ट कर दिया गया था। लखनऊ, कानपुर, मऊ, गाजीपुर समेत जिलों में पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
मुख्तार का परिवार मंगलवार को उससे मिलने के लिए जेल में आया था। हालांकि उसके सांसद भाई अफजल को ही उससे मिलने दिया गया था। मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया था कि स्थानीय प्रशासन समेत उत्तर प्रदेश सरकार उसके पिता को जान से मारने की कोशिश कर रही है। उमर ने सुरक्षा पर भी सवाल उठाया था। इसके बाद मुख्यात की मेडिकल जांच कराई गई थी।
मुख्तार की मौत के बाद प्रशासन रात 11 बजे से ही शव के पोस्टमार्टम की तैयारी में जुट गया। अधिकारियों ने बताया कि मुख्तार के परिवार के पहुंचने के बाद मेडिकल कॉलेज में पांच डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके साथ ही पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी होगी। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि देर रात शव परिजनों को सौंप पर उसे गाजीपुर के लिए रवाना कर दिया जाए।