केतन इनामदार: मैं अपने निर्णय पर अडिग हूं, इस्तीफा वापस नहीं लूंगा
सीआर पाटिल: किसे लेना है किसे नहीं, यह विधायक नहीं पार्टी तय करेगी
अहमदाबाद। केतन इनामदार को समझाने की कोशिश की जा रही है। जामनगर के विधायक और वडोदरा के जिला प्रभारी सावली पहुंच गए हैं। केतन इनामदार को गांधीनगर बुलाया गया है।
केतन इनामदार ने कहा कि 2020 में भी मैंने इस्तीफा दिया था, पर समझाने के बाद वापस ले लिया था। इस बार भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा करूंगा, पर इस्तीफा वापस नहीं लूंगा। उन्होंने कहा मैं अपने निर्णय पर अडिग हूं। भारतीय जनता पार्टी पहले से ही मजबूत है। दूसरी पार्टी के नेता आकर इसे मजबूत करेंगे, यह सच नहीं है।
केतन इनामदार के इस्तीफा देने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि किसे लेना है किसी नहीं, यह विधायक नहीं पार्टी तय करेगी। पार्टी अपनी नीति के अनुसार चलेगी।
केतन इनामदार की नाराजगी का ये है कारण
सावली के विधायक केतन इनामदार भाजपा में दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल करने से नाराज हैं। बडौदा डेयरी के डायरेक्टर कुलदीप सिंह राउलजी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। कुलदीप सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव में केतन इनामदार के खिलाफ चुनाव लड़े थे और हार गए थे। भाजपा ने कुलदीप सिंह को डभोई विधानसभा का प्रभारी बनाया है। इसको लेकर पार्टी में अंतर्कलह मची हुई है।
सावली तहसील के 14 गांवों के सरपंचों ने भी इस्तीफा दिया
केतन इनामदार के इस्तीफा देते ही सावली तहसील के 14 गांवाें के सरपंच भी अपना इस्तीफा लेकर उनके घर पहुंच गए। सावली पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कार्यवाहक चेयरमैन ने भी इस्तीफा दे दिया है। इससे यही लगता है कि केतन इनामदार ने पहले से ही इस्तीफा देने की योजना बनाई थी।