नई दिल्ली। चौथे दौर की बातचीत विफल होने के बाद किसान 21 फरवरी को दिल्ली कूच करने पर अड़े हुए हैं। किसानाें के आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। किसान शंभू बाॅर्डर पर बने सीमेंट के बैरिकेड को तोड़ने के लिए पोकलेन मशीनें साथ लेकर आए हैं। किसान इन मशीनों से बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ेंगे। पाेकलेन के ड्राइवर को आंसू गैस और रबर की गोलियों से बचाने के उपाय भी किए गए हैं। लोहे से केबिन को बुलेट प्रूफ बनाया गया है। किसान- करो या मरो पर डटे हुए हैं। सूत्रोंं की मानें तो किसानों ने शंभु, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर बुलेट प्रूफ पोकलेन मशीनों को तैनात किया है। बुधवार को 11:00 बजे बॉर्डर पर सीमेंट के बैरिकेड को तोड़कर आगे बढ़ेंगे।
हरियाणा में अंबाला पुलिस ने पोकलेन मशीन लेकर आ रहे ड्राइवरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा-पंजाब सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने सिरसा, डबवाली और फतेहाबार के पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाने का आदेश दिया है।
पुलिस ने शंभू बॉर्डर की ओर जा रही पोकलेन मशीनों को रोकने की कोशिश की तो किसानों के साथ झड़प हो गई। शंभू के थाना प्रभारी अमनपाल सिंह और मोहाली के एसपी जगविंदर सिंह चीमा घायल हो गए। दोनों अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद किसान पोकलेन मशीन लेकर बॉर्डर तक कैसे पहुंच गए?