हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में महानगर पालिका की टीम अवैध मदरसा और नमाज स्थल को तोड़ने गई थी, तभी स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। लोगों के हमले में पुलिस और मीडियाकर्मी समेत 100 से अधिक लोग घायल हो गए। तनाव को देखते हुए पैरा मिलिट्री फोर्स की चार कंपनियों को बुलाया गया है। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेर दिया। ट्रांसफार्मर में आग लगा दी, इससे पूरे इलाके में अंधेरा छा गया।
महानगर पालिका की टीम जेसीबी और पुलिसबल के साथ मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और नमाज स्थल को ढहाने गई थी। जेसीबी से मदरसा तोड़ते ही महिलाएं सामने आकर विरोध करने लगी। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई और अराजकता फैल गई। अराजकतत्वों ने महानगर पालिका और पुलिस की टीम पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में एसडीएम और महानगर पालिका के कई कर्मचारी चोटिल हो गए। पत्थर से जेसीबी के कांच टूट गए।
म्युनिसिपल कमिश्नर पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा समेत अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की। पथराव होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की।
कमिश्नर पंकज उपाध्याय ने बताया कि मदरसा और नमाज स्थल अवैध है। पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। उपद्रवियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। देर रात बनभूलपुरा के फहीम की सुशीला तिवारी अस्पताल में मौत हो गई। पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। वहीं, हल्द्वानी मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अापात बैठक बुलाई। सीएम ने मुख्य सचिव राधा रतूडी और डीजीपी अभिवन कुमार के साथ स्थित की समीक्षा की।