जामनगर। प्रदेश में कुछ दिन पहले ही बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची की मौत हो गई थी। अब जामनगर जिले की लालपुर तहसील के गोवाणा गांव में बोरवेल में 2 साल के बच्चे के गिरने की जानकारी सामने आई है। बच्चा मंगलवार को शाम करीबन साढ़े छह बजे खेलते-खेलते अचानक 200 फीट गहरे बोरवेेल में गिर गया। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड और 108 की टीम मौके पर पहुंचकर बच्चे को बाहर निकालने में जुट गई।
रेस्क्यू करने वाली टीम का कहना है कि बच्चा बोरवेल में 12 फीट नीचे फंसा हुआ है। उसे ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है। बोरवेल के आसपास गड्ढा खोदकर उसे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक, फायर, तहसीतदार भी मौके पर ही मौजूद हैं। वडोदरा से एनडीआरएफ और राजकोट से एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है। लालपुर तहसील के कार्यकारी मजिस्ट्रेट केतन चावड़ा ने बताया कि बच्चे को बचाने की कोशिश की जा रही है। बोरवेल के पास ही 10 फीट गहरा गड्ढा खोदने में सफलता मिली है। जामनगर के कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए हैं।
बच्चा 12 फीट नीचे फंसा है, उसे ऑक्सीजन पहुंचाया गया
बच्चे के 200 फीट गहरे बोरवेल में करीबन 12 फीट नीचे फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है। रेस्क्यू टीम को बच्चे तक आॅक्सीजन पहुंचाने में सफलता मिली है। बोरवेल से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दे रही है। बच्चे की जान बचाने के लिए रोबोट की मदद भी ली जा सकती है।
दो साल का बच्चे ऐसे गिरा बोरवेल में
जामनगर के गोवाणा गांव में रणमण करंगिया के खेत में नीलेशभाई काम कर रहे थे। उनका दो साल का बेटा खेत में खेल रहा था और खेलते-खेलते 200 गहरे बोरवेल में गिर गया। बेटे के गिरते ही नीलेशभाई जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उनकी आवाज सुनकर गांव के लोग इकट्ठा हो गए और बच्चे को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। खेत मालिक ने फायर ब्रिगेड और 108 एंबुलेंस को फोन करके घटना के बारे में बताया। इसके बाद बच्चे को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जामनगर से फायर ब्रिगेड की दो टीम मौके पर पहुंच गई।
एक माह पहले द्वारका में तीन साल की बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी
एक महीना पहले द्वारका जिले के राण गांव में तीन साल की बच्ची 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। बच्ची को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। 9 घंटे तक कड़ी मशक्कत करके बच्ची को बाहर निकाला गया। बच्ची को इलाज के लिए खंभाणिया के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।




