वडोदरा। यहां के बीसीए स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में बड़ौदा की टीम ने मुंबई को 81 रनों से हरा दिया। यह जीत इसलिए अहम है क्योंकि 26 साल बाद बड़ौदा की टीम ने रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम को हराया है। इस शानदार जीत का श्रेय बड़ौदा टीम के बल्लेबाज मितेश पटेल और गेंदबाज भार्गव भट्ट को जाता है।
रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट 11 अक्टूबर को बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के नवनिर्मित स्टेडियम में शुरू हुआ, जिसका पहला मैच बड़ौदा और मुंबई के बीच हुआ। 11 से 14 अक्टूबर तक खेले गए इस मैच में टीम के कप्तान कुणाल पंड्या की कप्तानी में बड़ौदा ने पहली पारी में 277 रन बनाए, जिसमें मितेश पटेल के 154 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 86 रन और अतीत सेठ के 154 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 66 रन शामिल हैं। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई की टीम पहली पारी में 194 रन पर ऑलआउट हो गई। बड़ौदा टीम के बाएं हाथ के गेंदबाज भार्गव भट्ट ने मुंबई की टीम को पहली पारी में 194 रनों पर सीमित रखने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 21 ओवर में 3 विकेट लिए, जबकि एएम सिंह ने भी 7.2 ओवर में 3 विकेट लिए।
दूसरी पारी में बड़ौदा ने 165 रन बनाए, जिसमें कप्तान कुणाल पंड्या की 144 गेंदों में 7 चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन और महेश पीठिया की 60 गेंदों में 3 छक्कों की मदद से 40 रन शामिल हैं। पहली पारी में 83 रनों की बढ़त के साथ बड़ौदा ने मुंबई को 248 रनों का लक्ष्य दिया। हालांकि, दूसरी पारी में मुंबई की टीम भार्गव भट्ट गेंदबाजी के सामने 168 रन पर ऑलआउट हो गई। भार्गव भट्ट ने 19.4 ओवर में सिर्फ 55 रन देकर 6 विकेट लिए।
बडौदा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रणब अमीन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वडोदरा का अपना स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है। बड़ौदा की टीम ने इसी मैदान पर मुंबई को हराकर प्रशंसकों को तोहफा दिया है। कोटांबी ग्राउंड पर रणजी ट्रॉफी के पहले ही मैच में बीसीए ने मुंबई को हरा दिया और वह भी ऐसे समय जब मुंबई की टीम ईरानी ट्रॉफी जीतकर आई है और फॉर्म में है।
यह बीसीए द्वारा क्रिकेट में सुधार के लिए लागू की गई योजनाओं का नतीजा है। आशा है भविष्य में भी ऐसे ही परिणाम मिलेंगे। कोटांबी में 200 करोड़ की लागत से बीसीए स्टेडियम तैयार हुआ है, इसमें अभी और 30 से 40 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। अगले दो सप्ताह में हाईवे से स्टेडियम तक एक किमी लंबी सड़क बनाने की प्रशाासन से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।