नई दिल्ली। फरीदाबाद से संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद कई केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं। रविवार को गुजरात एटीएस ने हरियाणा एसटीएफ के साथ संयुक्त अभियान में राम मंदिर पर हमले की तैयारी कर रहे 19 वर्षीय आतंकवादी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान आतंकवादी रहमान के पास से दो मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं। जांच टीम मोबाइल की कॉल डिटेल और सीडीआर की जांच कर रही है। जांच के दौरान मोबाइल फोन में कई संदिग्ध वीडियो मिले। यह वीडियो एक विशेष धर्म को निशाना बनाकर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला पाया गया है।
जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि आरोपी अपने दोनों मोबाइल फोन से सोशल मीडिया अकाउंट संचालित कर रहा था। इन खातों के माध्यम से वह अपने आतंकवादी सहयोगियों और आकाओं से संपर्क बनाए रखता था। अब्दुल रहमान को शुरू से ही धार्मिक रील देखने और उन पर लाइक और कमेंट करने का शौक था। इसी कारण आतंकवादी मॉड्यूल ने उन्हें निशाना बनाया और उनसे संपर्क किया।
आरोपी की जांच के दौरान उसके पास से मोबाइल फोन के अलावा पर्स, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पांच पासपोर्ट साइज फोटो, 2920 रुपये, ईयरबड्स और एक नेकलेस बरामद किया गया। आरोपी के पास से एक रेल टिकट भी बरामद हुआ है, जिस पर अयोध्या कैंट जंक्शन का 1 मार्च 2025 की तिथि अंकित है। जांच एजेंसियों का मानना है कि वह एक मार्च को ट्रेन से दिल्ली आया था। वहां से वह हैंड ग्रेनेड व अन्य सामान लेने के लिए फरीदाबाद के पाली इलाके में आया था। हालांकि, वह भागने से पहले ही पकड़ा गया। गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ ने उसे पलवल से गिरफ्तार किया था। स्थानीय अदालत ने आतंकी रहमान को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसटीएफ पलवल की टीम उससे आतंकी संगठन से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है। जांच एजेंसी विशेष रूप से उस व्यक्ति की पहचान करने का प्रयास कर रही है जिसने आतंकवादी तक हैंड ग्रेनेड पहुंचाया था। हालांकि, रहमान का कहना है कि हैंड ग्रेनेड पहुंचाने वाले व्यक्ति से उसका कोई संपर्क नहीं हुआ है। उसे बस इतना बताया गया कि सामान उस स्थान पर पहुंचा दिया गया है, आप वहां जाकर सामान ले जाइए।