अहमदाबाद। कांग्रेस विधायकों ने आज 19 फरवरी को गांधीनगर में विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। विधायकों ने हथकड़ी और जंजीरें पहनकर अमेरिका से अवैध भारतीय आप्रवासियों को निर्वासित करने का विरोध जताया। कांग्रेस के विधायक विधानसभा के बाहर इकट्ठा हुए और भारतीयों का ये अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान के नारे लगाए। अमित चावड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारतीयों का अपमान करने के बारे में एक शब्द नहीं बोले। ट्रम्प सरकार ने उन्हें हथकड़ी लगाकर जिस तरह से अपमानित किया है, इसका जवाब भारत की जनता, गुजरात की जनता, राज्य और केंद्र सरकार से जवाब मांग रही है।
बुधवार को अमित चावड़ा, जिग्नेश मेवाणी और शैलेश परमार सहित कांग्रेस विधायकों ने विभिन्न नारे लिखे काले पोस्टर पहनकर विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा उन्होंने स्वयं को हथकड़ी लगाकर निर्वासन के दौरान भारतीयों को हथकड़ी लगाए जाने का विरोध किया। विधानसभा में विरोध प्रदर्शन के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री के विश्व गुरु बनने के दावे के सामने गुजरात और देश के युवा, जिन्हें रोजगार नहीं मिलता, जिनका भविष्य देश में सुरक्षित नहीं लगता और जिनके सपने इस देश में पूरे नहीं होते, वे 75 लाख से 1 करोड़ रुपये देकर अवैध रूप से विदेश जाते हैं। अमित चावड़ा ने कहा कि देश के युवा और विशेषकर गुजरात के युवा, अपने सपनों को पूरा करने के लिए अमेरिका गए और अमेरिकी सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वे आतंकवादी हों, जैसे वे अवैध रूप से आए हों और रह रहे हों। इससे भी अधिक बुरी और शर्मनाक बात यह है कि उन्हें आतंकवादियों की तरह हथकड़ी और बेड़ियां पहनाई गईं और सेना के विमान से वापस भारत भेज दिया गया। दूसरी ओर कोलंबियाई राष्ट्रपति ने अपने देशवासियों को, भले ही वे अवैध रूप से गए हों, सम्मान के साथ वापस लाने की व्यवस्था की। खुद को ट्रम्प का अच्छा दोस्त कहने वाले नरेंद्रभाई मोदी ने हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रम्प जैसे कार्यक्रम आयोजित करके जनता के टैक्स के पैसे को बर्बाद कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी जब अमेरिका गए तो उन्होंने ट्रम्प को गले लगाया, लेकिन भारतीयों के अपमान के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा। अमित चावड़ा ने कहा कि इस बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री एक शब्द भी बोलने को तैयार नहीं हैं। देश के प्रधानमंत्री स्वयं गुजराती हैं, अमेरिका जाकर एक भी शब्द बोलने को तैयार नहीं हैं, यह उनकी कमजोरी है। उनकी इस कमजोरी के कारण आज पूरा भारत देश शर्मसार है।