वडोदरा। मैनेजमेंट कोटे में प्रवेश लेने वाले अनुसूचित जनजाति के छात्रों की पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति बंद करने के गुजरात सरकार के परिपत्र पर हंगामा मचा हुआ है। आज एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने वडोदरा के फतेहगंज इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। एबीवीपी के चक्काजाम करने से सैकड़ों वाहन चालक फंस गए।
एबीवीपी का कहना है कि मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर प्रवेश लेने वाले छात्रों को भी सरकारी सीटों पर प्रवेश लेने वाले अनुसूचित जनजाति के छात्रों की तरह छात्रवृत्ति मिलती थी। अनुसूचित जनजाति के छात्रों ने छात्रवृत्ति मिलने की उम्मीद में मैनेजमेंट कोटे में प्रवेश लिया है और अब उन्हें छात्रवृत्ति न देने का परिपत्र जारी कर दिया गया है। जिसके कारण ऐसी सीटों पर प्रवेश लेने वाले छात्र असमंजस में पड़ गए हैं। कई छात्र आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं। अगर उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी तो वे आगे की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। सरकार को वर्ष 2024-25 के लिए छात्रवृत्ति न देने का अपना निर्णय वापस लेना चाहिए।
एबीवीपी ने कहा कि राज्य के 28 ग्रांटेड लॉ कॉलेजों में इस साल भी प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के मानदंडों के अनुसार ग्रांटेड लॉ कॉलेजों में शिक्षकों की कमी के कारण इन कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। पिछले वर्ष भी लॉ कॉलेजों में प्रवेश को लेकर समस्या आई थी, तब भी एबीवीपी ने इसका विरोध किया था।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क जाम करने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। छात्रों को हटाने के दौरान पुलिस और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई। पुलिस की कड़ी मशक्कत करते हुए छात्रों को सड़क से हटाकर वाहनों का अावागमन शुरू किया।