सूरत। अमरोली- वरियाव रोड पर राधिका पॉइंट के पास कल 5 फरवरी की शाम को 2 वर्षीय बच्चा खुले नाले में गिर गया था। घटना के 24 घंटे बाद 6 फरवरी बच्चा वरियाव पंपिंग स्टेशन पर मृत पाया गया। फायर विभाग द्वारा 24 घंटे तक बचाव अभियान चलाया गया। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार 2 वर्षीय बेटा केदार अपनी मां वैशालीबेन वेगड़ के साथ अमरोली-वरियाव रोड पर बुधवारी बाजार में गया था। केदार आइसक्रीम लेने जा रहा था, तभी अचानक समय खुले बरसाती नाले में गिर गया। घटना के बाद पुलिस और फायर विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। फायर विभाग एवं इमरजेंसी सर्विस के कर्मचारियों बचाव अभियान शुरू किया। हालांकि, पानी के तेज बहाव के कारण बच्चा काफी दूर चला गया था। फायर विभाग द्वारा दूसरे दिन भी बचाव अभियान शुरू किया गया। दोपहर में एनडीआरएफ की टीम भी फायर विभाग के साथ बच्चे की तलाश में जुट गई।
दूसरे दिन दमकल विभाग की अलग-अलग टीमें ब्रीदिंग सूट पहनकर सुबह से ही सीवर में बच्चे की तलाशी की। काफी मशक्कत करने के बाद घटना के दूसरे दिन मासूम बच्चे का शव वरियाव पंपिंग स्टेशन के पास पाया गया।
लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ 48 घंटे में कड़ी कार्रवाई होगी
मेयर दक्षेण मावाणी ने कहा कि सीवेज में गिरने से दो साल के मासूम की मौत हो गई। यह घटना अधिकारियों की लापरवाही से हुई है। सीवेज की जिम्मेदारी जोन और अधिकारियों की होती है। लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ 48 घंटे में कार्रवाई की जाएगी।