नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिए गए एक बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा सांसदों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में कथित बयान को लेकर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है। भाजपा ने सोनिया गांधी पर पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है और उनके बयान को अपमानजनक बताया। सोमवार को भाजपा के 40 सांसदों ने राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की।
सोनिया गांधी के खिलाफ यह कार्रवाई 31 जनवरी को बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी को लेकर की गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र के समापन पर दोनों सदनों को संबोधित किया था। इस पर टिप्पणी करते हुए सोनिया गांधी ने मीडिया से बात करते हुए अंग्रेजी में कहा कि बेचारी महिला, बेचारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने भाषण के अंत में थक गईं, वह मुश्किल से बोल पा रही थीं। हालांकि, भाजपा ने इस बयान को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए आरोप लगाया कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति और आदिवासियों का अपमान किया है और माफी की मांग की। विवाद के बाद प्रियंका गांधी ने मीडिया से बात की और अपनी मां सोनिया गांधी का बचाव किया था।
सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकारी हनन प्रस्ताव लाने को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि आदिवासी सांसदों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने आज लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति के समक्ष अपना ज्ञापन सौंपा है।