अहमदाबाद। दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम को सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च तक सशर्त अंतरिक जमानत दी है। इस दौरान अासाराम अपने अनुयायियों से भी नहीं मिल सकेंगे। हालांकि, 25 जनवरी को आसाराम ने बनासकांठा के पालनपुर में सत्संग आयोजित किया था, जिसमें बड़ी संख्या में अनुयायी शामिल हुए थे। आसाराम 12 साल बाद अहमदाबाद के मोटेरा स्थित आश्रम में पहुंचे हैं। जैसे ही उनके अनुयायियों को इसकी जानकारी मिली, वे मोटेरा आश्रम पहुंचने लगे। मोटेरा आश्रम में चांदखेड़ा पुलिस को तैनात किया गया है। आसाराम अब मोटेरा आश्रम में रहेंगे और इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह लेंगे।
बता दें, सशर्त जमानत पर रिहा हुए आसाराम ने अदालत के आदेश की अनदेखी करते हुए 25 जनवरी को बनासकांठा के पालनपुर में बड़ी संख्या में अनुयायियों को इकट्ठा करके सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया था। सत्संग का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस इसकी जांच कर रही है। यह कार्यक्रम अदालत के आदेश की अवहेलना करके तथा पुलिस की अनुमति के बिना आयोजित किया गया था। 7 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने गांधीनगर स्थित अपने आश्रम में एक महिला अनुयायी से बलात्कार के मामले में आसाराम को 31 मार्च तक जमानत दे दी थी। जिसमें कोर्ट ने आसाराम को अपने अनुयायियों से न मिलने की हिदायत दी थी। इसके बाद 14 जनवरी को राजस्थान उच्च न्यायालय ने जोधपुर बलात्कार मामले में आसाराम को 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी है।