प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम महाकुंभ सोमवार से शुरू हो रहा है। 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आएंगे और गंगा, सरस्वती, यमुना के पवित्र संगम पर डुबकी लगाएंगे। परंपरा के अनुसार महाकुंभ 12 वर्षों के बाद आयोजित किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ में 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आएंगे।
सोमवार को महाकुंभ शुरू होने से दो दिन पहले शनिवार को 35 लाख श्रद्धालुओं ने यहां शाही स्नान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने प्रयागराज आए थे। महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही शाही स्नान की तारीखों की भी घोषणा कर दी गई है, जिसके अनुसार इस महीने तीन शाही स्नान 13, 14 और 29 जनवरी को होंगे। शाही स्नान 3, 12 और 26 फरवरी को भी होगा। महाकुंभ-2025 कई मायनों में अलग माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश रोडवेज ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सात हजार महाकुंभ स्पेशल बसें चलाने की योजना बनाई है। महाकंुभ में 550 शटल बसें चलाई जाएंगी। यहां आयोजन स्थल पर 28,000 से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। सफाई के लिए 15,000 सफाई कर्मचारी तैनात किये गये हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इसमें रोजाना पांच लाख वाहनों की पार्किंग की क्षमता है। मेला क्षेत्र में जल सुविधा के लिए 1250 किलोमीटर लम्बी पाइपलाइन बिछाई गई है। इसके अलावा 67,000 एलईडी लाइटें, दो हजार सौर लाइटें और तीन लाख पेड़ लगाए गए हैं।
महाकुंभ का एक अन्य महत्व यह है कि जहां यह आयोजन हो रहा है, वहां एक बड़ा अस्थायी शहर बसाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस स्थान पर एक दिन में 50 लाख से 1 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की क्षमता है। राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार के अनुसार, पूरे कुंभ मेले पर कड़ी नजर रखने के लिए 55 पुलिस स्टेशन स्थापित किए गए हैं और सुरक्षा के लिए 45,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। महाकुंभ में 13 अखाड़े भाग ले रहे हैं। प्रयागराज शहर की दीवारें धार्मिक रंगों से रंगी हुई हैं। हर चौराहे पर कलश रखे गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर बड़े-बड़े गेट लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस ड्रोन की भी मदद ले रही है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रयागराज में पहली बार महाकुंभ आयोजित हो रहा है। मुख्य सचिव के अनुसार, इस बार महाकुंभ का आयोजन 2019 में आयोजित कुंभ से कई गुना बड़ा है।
मेले को 25 सेक्टरों में बांटा गया है। घाट की लंबाई भी बढ़ाकर 12 किमी कर दी गई है, जो पहले आठ किमी थी। इतना ही नहीं साल 2019 के कुंभ के दौरान आयोजन स्थल का क्षेत्रफल 1291 हेक्टेयर था, जिसे इस बार बढ़ाकर 1850 हेक्टेयर कर दिया गया है। पहले 3,500 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि इस बार 7,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह बजट राज्य सरकार द्वारा महाकुंभ के लिए अलग से आवंटित किया गया है।