प्रयागराज। आज 13 जनवरी को पौषी पूर्णिमा पर प्रयागराज में महाकुंभ की शुरूआत हुई। गंगा, जमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ का यह पर्व 45 दिनों तक चलेगा। आज सोमवार को महाकुंभ के पहले दिन अब तक 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। पौष पूर्णिमा पर कल्पवासियों ने ‘मोक्षदायिनी’ संगम में पवित्र डुबकी लगाई और अपने 45 दिवसीय आध्यात्मिक एकांतवास की शुरुआत की। कल्पवासी महाकुंभ में ब्रह्मचर्य, न्यूनतम जीवन और नियमित प्रार्थना की सख्त प्रतिज्ञा का पालन करते हैं। महाकुंभ में दुनियाभर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पहला शाही स्नान या अमृत स्नान मंगलवार को मकर संक्रांति पर होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया(X) पर लिखा- पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- महाकुंभ मेले में प्रयागराज आने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। हम देख रहे हैं कि कैसे पहला स्नान सुरक्षा और स्वच्छता के साथ आयोजित किया जा रहा है। महाकुंभ सच होता दिख रहा है। इसके नाम पर आने वाले स्नान भी उसी भव्य और दिव्य तरीके से आयोजित किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके लिखा- आज पौष पूर्णिमा के पावन स्नान के साथ ही विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम ‘महाकुंभ-2025’ के शुभारंभ की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ। अनंतकाल से अध्यात्म व आस्था के संगम का प्रतीक ‘महाकुंभ’ संपूर्ण विश्व को समानता और समरसता का संदेश देता रहा है। महाकुंभ सिर्फ भारत ही नहीं, समूचे विश्व में आध्यात्मिक अनुष्ठान का केंद्र बन चुका है और दुनिया भर से श्रद्धालु यहाँ आते हैं। यह महाकुंभ सभी श्रद्धालुओं के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की त्रिवेणी लाए, यह कामना करता हूँ।