नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन के बाद अब सबकी नजरें मंत्रालयों के बंटवारे पर हैं। इसे लेकर दिल्ली में महायुति के नेताओं की बैठक होनी है। जिसमें भाजपा के बड़े नेता भी शामिल होंगे। खबर थी कि इसमें मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार शामिल होंगे, लेकिन अब बताया जा रहा है कि शिंदे को इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली नहीं बुलाया गया है।
शिंदे के कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि एकनाथ शिंदे को आज दिल्ली में किसी नेता से मिलने के लिए नहीं बुलाया गया है और उनकी दिल्ली यात्रा की भी कोई योजना नहीं है। इस बीच दिल्ली में मुख्यमंत्री फड़णवीस और डीसीएम अजित पवार ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस यात्रा के दौरान भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ पोर्टफोलियो बंटवारे पर भी चर्चा होने की संभावना है। फड़णवीस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है।
सूत्रों के अनुसार भाजपा इस बार विभाग मांगने वालों से बातचीत के मूड में नहीं है। भाजपा की नजर एकनाथ शिंदे के शहरी विकास विभाग और अजित पवार के वित्त विभाग पर भी है। भाजपा बदले में शिंदे को राजस्व और लोक निर्माण विभाग दे सकती है, जबकि अजीत पवार को बिजली या सिंचाई विभाग दिया जा सकता है।