नवसारी। नवसारी में धर्मांतरण का एक साल पुराना वीडियो दो दिन पहले सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस मामले में नवसारी के अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के कार्यकर्ता द्वारा विजलपोर के सेवेंथ डे स्कूल के शिक्षक सहित तीन लोगों के खिलाफ हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जलालपोर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने शिक्षक दंपती को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच नवसारी एसओजी पुलिस कर रही है।
जानकारी के अनुसार नवसारी के विजलपोर, श्यामनगर में सेवेंथ डे स्कूल के शिक्षक दंपती द्वारा धर्म परिवर्तन की गतिविधियां संचालित करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इससे नवसारी के हिंदू संगठनों में काफी आक्रोश फैल गया। इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि सेवेंथ डे स्कूल के शिक्षक दंपती कमल नासकर और उनकी शिक्षिका पत्नी सरिता नासकर द्वारा धर्मान्तरण की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वह कह रहे हैं कि अपने घर में हिंदू देवी-देवताओं की जो भी तस्वीरें हों उन्हें फेंक दें क्योंकि यीशु सबसे महान भगवान हैं।
इसको लेकर हिंदू संगठनों ने सेवंथ डे स्कूल के बाहर लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन किया। हिंदू संगठन ने कहा कि वीडियो में सब कुछ स्पष्ट है, इसके बावजूद सरकार और सिस्टम चुप है। यह सनातन समाज के लिए शर्म की बात है। सनातन धर्म सहिष्णु है लेकिन नपुंसक नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धर्मांतरण कराने वाले शिक्षक दंपती के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल में डालना चाहिए, ताकि दूसरा कोई धर्मान्तरण की कोशिश न कर सके।
हालांकि, विवाद के बाद शिक्षिका सरिता नासकर ने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई गतिविधि नहीं की है। शिक्षक ने हिंदू समाज से माफी मांगते हुए एक वीडियो बनाया है और इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि ये नवसारी का वीडियो नहीं है। यह वीडियो बारडोली के बाबला गांव का है, जहां ईसाई समुदाय की धार्मिक सभा हुई थी। इसके साथ ही अगर वीडियो में हमारी किसी बात से हिंदू भाई-बहनों को ठेस पहुंची हो तो हम माफी मांगते हैं। यह धर्मांतरण का कार्य नहीं था, वहां सभी ईसाई उपस्थित थे।
इस बारे में क्राइम ब्रांच के पीआई वीजे जाडेजा ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पुराना है और तापी के बाबला गांव का है। नवसारी के सेवेंथ डे स्कूल से इसका कोई संबंध नहीं है।