बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा को लेकर जिले में अब भी तनाव है। फायरिंग में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के शव को लेकर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। वे पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
परिजनों व ग्रामीणों ने शव को महसी तहसील मुख्यालय पर रख दिया है। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है। डीएम, एसपी से लेकर दर्जनों अधिकारी नाराज लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन परिजन उनकी एक बात पर भी यकीन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। इसी बीच खबर आ रही है कि बहराइच-सीतापुर हाईवे पर उग्र भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़-आगजनी की और दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दी। पुलिस फोर्स राहत-बचाव कार्य में जुटी है। स्थिति को सामान्य बनाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता और एडीपी लॉ एंड ऑर्डर माैके पर पहुंच गए हैं। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। हालात पर काबू पाने के लिए पीएसी की 6 कंपनी भेजी गई है। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बहराइज में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस ने अब तक 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारफ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, बहराइच की डीएम मोनिका रानी महिलाओं को समझाती नजर आ रही हैं। एसपी वृंदा शुक्ला भी मौके पर मौजूद हैं।