सापूतारा। सापूतारा-नासिक रोड पर पिछले तीन दिनों से रास्ता रोको आंदोलन की वजह से वाहन चालक और पर्यटक परेशान हो गए हैं। सापूतारा की सरहद से सटे उबरपाड़ा चेक पोस्ट पर चक्काजाम होने वाले वाहनों के पहिए थम गए हैं। सापूतारा और वघई को जोड़ने वाले रास्ते पर वाहनों की लंबी कतार लगी है। सापूतारा-नासिक रोड पर मालवाहक वाहन अटके पड़े हैं। डांग जिले के डीएसपी ने पर्यटकों और वाहन चालकों से सापूतारा-नासिक रोड का इस्तेमाल न करने की अपील की है।
नासिक के सुरगाणा तहसील के पूर्व विधायक जेपी गावित की अगुवाई में सापूतारा-नासिक को जोड़ने वाले बोरगांव के पास उबरपाड़ा चेकपोस्ट पर चक्काजाम और रास्ता रोकाे आंदोलन किया जा रहा है। यहां 21 अगस्त को भारत बंद के साथ ही अनिश्चितकालीन चक्काजाम करने से गुजरात राज्य परिवहन निगम की बसों के पहिए थम गए हैं। मालवाहक वाहनों के रास्ते में अटकने से करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। आंदोलनकारियों ने आंतरिक रास्तों को भी बंद कर दिया है। इससे इस रास्ते से गुजरने वालों की परेशानी बढ़ गई है।
डांग के कांग्रेस नेता संतोष भुसारा ने सापूतारा-वघई रोड बंद करने की चेतावनी दी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया था, इस आंदोलन को आज तीसरा दिन है।
उधर, सापूतारा पुलिस ने सादे ड्रेस में 11 बच्चों और 22 महिलाओं-पुरुषों को पांच किमी जंगल के रास्ते से बाहर निकाला। ये सभी गुजराती हैं और शिरडी में साईं बाबा का दर्शन करने गए थे और आंदोलन में फंस गए थे।