सूरत। ओलपाड के छोटे से गांव झापा फलिया में श्री लक्ष्मीनारायण का अति प्राचीन मंदिर है। बताया जाता है कि मंदिर की स्थापना अाज से करीबन 117 सला पहले यानी 1963 में रामचंद्र काशीराम की विधवा पत्नी गणीगौरी ने अपनी बेटियों आरव गौरी और निर्मला गौरी के नाम पर की थी। गांव के लोग सैकड़ों साल से इस मंदिर में पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। पौराणिक मंदिर का हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया है। वैशाल कृष्ण पक्ष की प्रतिप्रदा तिथि को मंदिर का सालगिरह मनाया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्रामीणों ने मंदिर में पूजा-अर्चना करके सुख-समृद्धि की कामना की।