नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे कहा- मैंने दो बाद चिट्ठी लिखी थी, उन्होंने हमारी बात नहीं मानीं। मैंने कहा था हमारा काम शराब नीति बनाना नहीं है। और भी अच्छे काम हैं जो कानून के जरिए किए जा सकते हैं। लेकिन उन्हें लगा कि इससे ज्यादा पैसे कमा लेंगे। इसलिए उन्होंने इस नीति को लागू किया। उनकी गिरफ्तारी का मुझे कोई दुख नहीं है।
2011 में जनलोक बिल आंदोलन के दौरान अन्ना हजारे की टीम में अरविंद केजरीवाल का नाम पहली बार सामने आया था। अन्ना हजारे के साथ अरविंद केजरीवाल ने जन लोकपाल विधेयक लागू करने की मांग की थी। उस दौरान अन्ना हजारे ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल की थी।
अरविंद केजरीवाल को ईडी शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी। केजरीवाल की लीगल टीम ने गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, पर शुक्रवार को याचिका वापस ले ली।