अंजार। अंजार में मजदूरों और उनके परिवार को जिंदा जलाने की नीयत से झोपड़ी में अाग लगा दी गई। छोटे-छोटे बच्चे और महिलाओं की सामूहिक हत्या के इरादे से ऐसा जघन्य अपराध किया गया था। सौभाग्य से भी अपने बच्चों को लेकर झोपड़ी से बाहर निकल गए और कोई जानहानि नहीं हुई। हालांकि इस प्रकार की आगजनी में एक साथ 12 झोपड़ियां जलकर राख हो गई और 50 से अधिक लोग बेघर हो गए। घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
अंजार में खत्रीचौक के पास मोची बाजार में झोपड़ी बनाकर रहने वाले बद्रीलाल पुत्र गंगाराम यादव (उम्र-46) ने थाने में तहरीर दी है। बद्रीलाल ने बताया कि रफीक कुंभार उसे और आसपास की झोपड़ी में रहने वाले मजदूरों को काम करवाने के लिए ले जाता था। काम करवाने के बाद रुपए नहीं देता था। इस वजह से मजदूर उसके यहां काम करने नहीं जाते थे। रफीक ने गुस्से में मजदूरों को जिंदा जलाने की धमकी दी थी। रविवार को तड़के बच्चे और महिलाएं सो रही थी, तभी रफीक आया और झोपड़ियों में आग लगाकर चला गया। आग लगते ही सभी मजदूर अपने बच्चों और महिलाओं के लेकर बाहर निकल गए। देखते ही देखते घास-फूस और प्लास्टिक की बनी झोपड़ियां जलकर खाक हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई, पर आग पर काबू पाने से पहले ही सब कुछ स्वाहा हो चुका था। अंजार पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस इस्पेक्टर एसडी सिसोदिया ने पुलिस की अलग-अलग टीम बनाकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने आरोपी रफीक को रेलवे स्टेशन के पास से दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की कोशिश समेत अन्य धाराओं के केस दर्ज करके आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।