सूरत। यूक्रेन-रूस युद्ध में हेल्पर का काम करने वाले उमरा गांव के हेमिल मांगुकिया की ड्रोन हमले में मौत हो गई थी। मौत के 25 दिन बाद हेमिल का शव सूरत लाया गया। रविवार को 26वें दिन हेमिल की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए। 23 वर्षीय हेमिल का शव शनिवार को दोपहर सूरत लाया गया। इसके बाद उसे स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया। शव की मेडिकल प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिवार काे सौंप दिया गया। रविवार को सुबह हेमिल मांगुकिया की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए। कामरेज के कठोर गांव में कैलाश धाम में हेमिल की अंतेष्टि की गई।
बता दे, हेमिल मांगुकिया एजेंट के जरिए रूस में नौकरी करने गया था और उसकी मौत हाे गई थी। एजेंट ने सूरत से 12 युवकों को रूस भेजा था, जिसमें हेमिल भी था। रूस में भारतीयों को हेल्पर के रूप में काम करने के लिए रखा गया था। बाद में उन्हें युद्ध करने के लिए भेज दिया गया। रूस में फंसे लोगों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर के हैं।