जूनागढ़। विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा न होने से आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में आए भूपत भायाणी की दुविधा बढ़ गई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले भूपत भायाणी ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हर्षद रिबड़िया को हराया था। भाजपा के पराजित उम्मीदवार हर्षद रिबड़िया ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके चुनाव परिणाम को चुनौती दी है। पूरा मामला कोर्ट में जाने से इस सीट पर पेंच फंस गया है।
प्रदेश में सबसे पहले विसावदर के आम आदमी पार्टी के विधायक भूपत भायाणी इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे। अब स्थित ऐसी है कि भाजपा के नेता ही उनके लिए सबसे बड़ी बाधा बन गए हैं। भूपत भायाणी ने विसावदर सीट पर दोबारा चुनाव लड़ने की शर्त पर इस्तीफा दिया था। उन्होंने बाकायदा प्रचार भी शुरू कर दिया था, पर लगता है कि भूपत भायाणी को चुनाव लड़ने का मौका ही नहीं मिलेगा।
गुजरात में कांग्रेस के 4 और एक निर्दलीय विधायक ने भी इस्तीफा दिया है। इन विधायकों के इस्तीफा देने के बाद खाली पड़ी 5 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है। विसावदर सीट पर उपचुनाव की घोषणा न होने से भूपत भायाणी ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र के मतदाता भी आश्चर्य में पड़ गए हैं। पूरे सूबे में एक ही बात की चर्चा है कि हर बार की तरह इस बार भी विसावदर को पूरे देश से अलग कर दिया गया और चुनाव की घोषणा नहीं की गई।
भूपत भायाणी आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं। हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले उम्मीदवार भी भाजपा के ही हैं। जानकारों का कहना है कि अब पार्टी लेवल पर इसका कुछ हल निकाला जा सकता है।