अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर हैं। उन्होंने देशवासियों को 85 हजार करोड़ की रेल परियोजनाओं की सौगात दी। इसके साथ ही 10 नई वंदे ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम पुनर्निर्माण परियोजना का शुभारंभ किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने साबरमती आश्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बापू के मूल्य आज भी अनेक लोगों के जीवन में सजीव हैं। गांधी आश्रम के पुनर्विकास का उद्घाटन करना हमारा सौभाग्य है। आज 12 मार्च ऐतिहासिक दिन है। बापू ने आज ही के दिन दांडी कूच किया था। 12 मार्च 2022 को अमृत महोत्सव की शुरुआत भी यहीं से हुई थी। अपनी विरासत न संभाल पाने वाले देश भविष्य भी गवां देते हैं। आजादी के बाद इस धरोहर के साथ भी अन्याय हुआ। आज आश्रम घटकर केवल 5 एकड़ में रह गया है। यहां 63 में से अब केवल 36 मकान ही बचे हैं। इस धरोहर को संभालने की जिम्मेदारी 140 करोड़ भारतवासियों की है। पहले की सरकारों ने इस धरोहर को बचाने के बारे में कभी नहीं सोचा। पहले की सरकारों में राजनैतिक इच्छाशक्ति नहीं थी। अपने देश की धरोहरों को विदेशी चश्मे से देखने की आदत थी।
रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकास की गति को धीमी नहीं पड़ने दूंगा। गुजरात, महाराष्ट्र में एकता मॉल की शुरुआत हुई है। एकता माॅल से एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सपना साकार होगा। पीएम मोदी ने कहा कि लोकार्पण वर्तमान के लिए और शिलान्यास भविष्य के लिए है। भारत सरकार का धन रेलवे के विकास के लिए है। पहले यात्री यह देखते थे कि ट्रेन कितनी लेट है। 10 साल पहले नॉर्थ ईस्ट की राजधानी रेलवे से नहीं जुड़ी थी। पिछली सरकार की प्राथमिकता में रेलवे नहीं था। रेलवे का परिवर्तन सरकार की इच्छाशक्ति का परिणाम है। रेलवे का आधुनिकीकरण हमारी सरकार की प्राथमिकता है। पांच साल में भारतीय रेलवे में बदलाव की गारंटी है। देश के युवा तय करेंगे कि उन्हें कैसा देश और कैसी रेल चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अभी तक जो काम हुआ है वह सिर्फ ट्रेलर है, अभी बहुत कुछ करना बाकी है। देश के 250 जिलों में वंदे भारत का नेटवर्क है। अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत अब द्वारका तक जाएगी। कुंभ के मेले में भी यात्रियों को वंदे भारत का लाभ मिलेगा। रेलवे में तेजी के साथ विकास कार्य हो रहे हैं। अत्याधुनिक इंजन और आधुनिक कोच रेलवे की छवि बदल देंगे। भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। मानवरहित फाटकों को समाप्त करने का संकल्प है। सौर ऊर्जा से चलने वाले रेलवे स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं। रेलवे का आधुनिकीकरण मेड इन इंडिया की अवधारणा को साकार करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा विकास कार्य सरकार बनाने के लिए नहीं है, यह देश बनाने का मिशन है। पूरब-पश्चिम को जोड़ने वाला फ्लैट कॉरिडोर लगभग पूरा हो चुका है। कॉरिडोर पर मालगाड़ी की गति दोगुना हो गई है। इंडस्ट्रियल काॅरिडोर का विकास भी हो रहा है। भारतीय रेलवे आत्मनिर्भर भारत का एक उदाहरण है। रेलवे स्टेशन पर वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट के 1500 स्टाॅल्स हैं। अब तक लगभग 300 आस्था ट्रेन चल रही हैं। आस्था ट्रेन से साढ़े चार लाख लोगों ने अयाेध्या में दर्शन किए।



