दाहोद। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वर परमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने का कारण आंतरिक विवाद बताया है। उन्होंने अपना इस्तीफा गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दिया है।
ईश्वर परमान ने लिखा है- 1981 से कांग्रेस पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं। 10 साल जिला कांग्रेस समिति में प्रवक्ता के रूप में काम कर चुका हंू। पिछले दो साल से शहर अध्यक्ष के रूप में सेवा दे रहा हूं। कांग्रेस सेवादल में भी सेवा दे चुका हूं। कांग्रेस की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू किया था। मौजूदा समय में दाहोद शहर में एक गुट द्वारा मेरा विरोध किया जा रहा है। 28-02-2024 को दाहोद में आयोजित कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा मुझे कार्यक्रम प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसे मैंने अपनी बुद्धिमत्ता से पूरा किया। इसके बावजूद कुछ कार्यकर्ताओं ने अपमानजनक भाषा में मेरा विरोध किया। मैं ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं, इसलिए अपने पद पर नहीं रहना चाहता हूं। मैं इस्तीफा देता हूं।
बता दें, गुजरात में कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। दो दिन पहले ही वडोदरा और छोटा उदेपुर के तीन नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने अनुशासनहीनता और जातिवाद के आरोप भी लगाए हैं।
लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस के विधायक, नेता-कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण राठवा, उनके बेटे वडोदरा डेयरी के डायरेक्टर संग्रामसिंह राठवा और वडोदरा जिले के कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। नारण राठवा के पार्टी छोड़ने से आदिवासी क्षेत्रों में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। इससे पहले भी कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।