गांधीनगर। 13 देशों के शिक्षा मंत्री और वर्ल्ड बैंक की टीम विद्या समीक्षा केंद्र के दौरे पर है। इंडिया समिट ऑन एजुकेशन नॉलेज एक्सचेंज कार्यक्रम में प्रदेश के शिक्षामंत्री कुबेर डिंडोर भी माैजूद रहे। दौरे पर आए शिक्षा मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल ने गुजरात के शिक्षा मॉडल की जानकारी ली।
विद्या समीक्षा केंद्र में स्कूली शिक्षा के सभी 500 करोड़ डेटासेट का संग्रह है। छात्रों के मानक-अनुरूप सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के प्रयास किए जाते हैं। राज्य के छात्रों के सीखने के परिणाम के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाती है। छात्र रिपोर्ट कार्ड देने वाला गुजरात देश का ऐसा पहला राज्य है।
लुईस बेनवेनिस्ट, ग्लोबल डायरेक्अर, एजुकेशन, विश्व बैंक की अध्यक्षता में वर्ल्ड बैंक की टीम के साथ माली, गिनी, मॉरिटानिया, बुर्किना फासो, टोगो, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, बेनिन, लाइबेरिया, सिएरा लियोन, नाइजीरिया, कैमरून, मंगोलिया के शिक्षा मंत्रियों और प्रतिनिधियों के साथ 65 लोगों का प्रतिनिधिमंडल विद्या समीक्षा केंद्र के दौरे पर है।
विद्या समीक्षा केंद्र हर साल सभी स्कूली शिक्षा पहलों से 500 करोड़ से अधिक डेटा सेट एकत्र करता है। इस डेटा का एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजंस और मशीन लर्निंग जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके विश्लेषण किया जाता है। स्कूल एजुकेशन डेसबोर्ड द्वारा राज्य-जिला-ब्लॉक-कलस्टर-स्कूल-कक्षा-विषय-विद्यार्थी की रीयलटाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग होती है।
विद्या समीक्षा केंद्र में प्रदेश के सभी 1करोड़, 15 लाख छात्रों और 4 लाख शिक्षकों की रोजाना ऑनलाइन हाजिरी दर्ज होती है। शिक्षा विभाग द्वारा अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा ली जाती है। इस परीक्षा के आधार पर छात्र रिपोर्ट कार्ड बनाया जाता है। अब तक करीब 17 करोड़ छात्रों के रिपोर्ट कार्ड दिए जा चुके हैं।