संभल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के संभल जिले के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री ने संभल जिले में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। संभल जिले में श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट की ओर से भगवान कल्कि के मंदिर का निर्माण किया जाएगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 1 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करके उन्हें मंदिर का आमंत्रण दिया था।
मंदिर का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज एक और पवित्र स्थान की आधारशिला रखी जा रही है। अाचार्यों और संतों की मौजदूगी में कल्कि धाम की आधारशिला रखने का सौभाग्य मिला। आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भी है। इसलिए यह दिन और भी पवित्र हो जाता है।
प्रधानमंत्री ने श्रीकृष्ण-सुदामा को याद किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि हमारे पास देने के लिए कुछ नहीं है। प्रमोद जी, अच्छा हुआ आपने मुझे कुछ नहीं दिया, आज जमाना बदल गया है, आज के जमाने में सुदामा श्री कृष्ण को चावल देते तो उसका भी वीडियो सामने आ जाता और सुदामा के श्रीकृष्ण को भ्रष्टाचार के लिए रिश्वत देने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर हो जाती। मैं आपका आभार मानता हूं कि आपने अपनी भावनाएं व्यक्त की और कुछ नहीं दिया।
कुछ लोग अच्छा काम हमारे लिए छोड़ गए हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग अच्छा काम हमारे लिए छोड़ गए हैं। आने वाले दिनों जो अच्छे काम बाकी रह गए हैं, उसे भी जनता के आशीर्वाद से पूरा करूंगा।
पांच एकड़ में बनने वाले कल्कि धाम मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे
संभल में बनने वाला कल्कि धाम मंदिर दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर होगा। मंदिर 5 एकड़ में बनेगा। मंदिर का निर्माण 11 फीट ऊंचे चबूतरे पर हेागा। इसके शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी। मंदिर में भगवान विष्णु के 10 अवतारों के लिए 10 अलग-अलग गर्भगृह होंगे। मंदिर में स्टील का लोहे का इस्तेमाल नहीं होगा। इसे राजस्थान के भरत जिले में स्थित बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से बनाया जाएगा। बता दें, गुजरात के सोमनाथ मंदिर और अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण भी यहीं के पत्थरों से हुआ है।
भगवान विष्णु के दसवें अवतार हैं कल्कि
कल्कि को भगवान विष्णु का दसवां अवतार माना जाता है। स्कंद पुराण के दशम अध्याय में कहा गया है कि कलियुग में भगवान विष्णु का दसवां अवतार संभल गांव में होगा। अग्नि पुराण में कल्कि अवतार का चित्रण किया गया है। जिसमें उन्हें धनुष बाण लिए हुए घोड़े पर सवार दिखाया गया है। कल्कि पुराण के अनुसार भगवान विष्णु कलयुग के अंत में कल्कि के रूप में अवतार लेकर हाथ में चमचमाती तलवार लिए हुए घोड़े पर सवार होकर म्लेच्छाें का सर्वनाश करेंगे। मत्स्य पुराण में भी भगवान कल्कि के होने का वर्णन मिलता है।
