देहरादून। बुधवार को विधानसभा सत्र में चर्चा के बाद समान नागरिक संहिता (UCC) विधेयक पास हो गया। इसके साथ ही उत्तराखंड समान नागरिक संहिता कानून लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संविधान निर्माताओं का सपना अब धरातल पर साकार होने जा रहा है। देश के दूसरे राज्यों को भी इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। मुख्यमंती ने कहा कि मां गंगा-यमुना की उद्गमस्थली देवभूमि उत्तराखण्ड से निकली UCC के रूप में समानता और समरूपता की यह अविरल धारा संपूर्ण देश का पथ प्रदर्शित करेगी। यह विधेयक मातृशक्ति के सम्मान एवं उनकी सुरक्षा के प्रति हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को भी परिलक्षित करता है। प्रधानमंत्री के मुखारबिंद से निकली वह शिववाणी याद आती है कि ’21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक है’ प्रधानमंत्री के विजन ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ एवं प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं के अनुरूप हमारी सरकार ने चुनाव से पूर्व देवतुल्य जनता से किए गए अपने वादे को पूरा किया है। आज 24 साल के सशक्त, स्वाभिमानी एवं ऊर्जावान उत्तराखण्ड को देखकर हमारे राज्य आंदोलनकारियों का मस्तक गर्व से ऊंचा हो गया होगा। हमारे शहीदों के प्रति यह एक सच्ची श्रद्धांजलि है जब हमारा प्रदेश विश्व पटल पर एक नई पहचान बना रहा है। इतिहास रचने वाली उत्तराखण्ड की विधायिका के सभी माननीय सदस्यों, UCC का ड्राफ्ट बनाने वाली कमेटी के सभी सदस्यगणों एवं अपना बहुमूल्य समर्थन देने वाली देवभूमि की जनता का कोटिशः आभार। विधानसभा में UCC बिल पास होने के बाद भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री का अभिवादन कार्यक्रम अायोजित किया गया। भारी आतिशबाजी और मिठाई बांटकर खुशियां मनाई गई।